Tuesday, May 29, 2012

जिया हो बिहार के लाला - Jiya ho bihal ke lala

होsss जिया हो बिहार के लाला, जिया तू हजार सालss
जिया हो बिहार के लाला, जिया तू हजार साला
जिया हो तू भोर-बवाला, जिया तू हजार साला
जिया तू हजार..तनी नाची के..तनी गाई के..
तनी नाची-गाई सबके मन बहलावss रे भैया!!


तू माटी के लाल निराला, भैया-भैया-भैया!!
तोहरा मन ही शान निराला, भैया-भैया-भैया!!
तेरे पुरखे जिए अँधेरा, और तूने जना उजाला
sssss
तेरे गोर पखारे गंगा, तेज से है आग झुलसता
तेरे कंधे चढ़ के सूरज, आकाश में रोज पहुँचता
अरे जियss तू होनहार...


तनी घूम-घाम के.. तनी धूम-धाम से..
तनी तान खींच के तानसेन कहलावs रे भैया!!
तनी नाची-गाई सबके मन बहलावss रे भैया!!
तनी नाची-गाई सबके दिल बहलावss रे भैया!!
तनी नीके-नीके बोल पे गीत सुनावs रे भैया!!
तनी तीखे-तीखे ढोल पे ढोल बजावs रे भैया!!
तनी झाल उठाके ताल से ताल मिलावs रे भैया!!
तनी ढोलक बांधर मटका चम्मच लावs ए भैया!!
तनी ओक्का-बोक्का..ओक्का-बोक्का..
तनी चन्दन-काठी चौका-माटी..
तनी ओक्का-बोक्का तीन-तोडक्का गावs रे भैया!!
तनी चन्दन-माटी चौका-काठी लावs रे भैया!!
तनी सांस फूला के फूकत धूल उड़ावs रे भैया रे भैया!!
तनी जान लड़ा के..तनी जान जला के गीतक तेल पिलावs रे भैया!!


Lyrics of "Jiya Ho Bihar Ke Lala" from Gangs of Wasseypur Movie

Sunday, January 16, 2011

मेरे विचार, मेरी कवितायें: वेक मी अप वेन सेपतेंबर एन्ड्स…

मेरे विचार, मेरी कवितायें: वेक मी अप वेन सेपतेंबर एन्ड्स…

यहाँ पोस्ट करेंगे तो शायद अच्छा दिखे

ना जाने किसकी परछाइयों के पीछे भागे जा रहे हैं हम सब...खुद से दूर..बहुत दूर....

Sunday, December 12, 2010

मेरे महबूब तुझे मेरी मोहब्बत की कसम


आज संडे का दिन है, छुट्टी का..तो ये गीत सुनिए फिल्म मेरे महबूब से..गीतकार हैं शकील बदायुनी और संगीत है नौशाद का.रफ़ी साब ने गाया है इसे.
(यूट्यूब पे ये गाना मैंने अपलोड किया है) 
मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम
फिर मुझे नरगिसी आँखों का सहारा दे दे
मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा दे दे ...
मेरे महबूब तुझे...
भूल सकती नहीं आँखें वो सुहाना मंज़र
जब तेरा हुस्न मेरे इश्क़ से टकराया था
और फिर राह में बिखरे थे हज़ारोँ नग़में
मैं वो नग़में तेरी आवाज़ को दे आया था
साज़-ए-दिल को उन्हीं गीतों का सहारा दे दे
मेरा खोया रंगीन नजारा दे दे...

याद है मुझको मेरी उम्र की पहली वो घड़ी
तेरी आँखों से कोई जाम पिया था मैने
मेरे रग रग में कोई बर्क़ सी लहराई थी
जब तेरे मरमरी हाथों को छुआ था मैने
आ मुझे फिर उन्हीं हाथों का सहारा दे दे
मैने इक बार तेरी एक झलक देखी है
मेरी हसरत है के मैं फिर तेरा दीदार करूँ
तेरे साए को समझ कर मैं हंसीं ताजमहल
चाँदनी रात में नज़रों से तुझे प्यार करूँ
अपनी महकी हुई ज़ुल्फ़ों का सहारा दे दे

ढूँढता हूँ तुझे हर राह में हर महफ़िल में
थक गये हैं मेरी मजबूर तमन्ना के कदम
आज का दिन मेरी उम्मीद का है आखिरी दिन
कल न जाने मैं कहाँ और कहाँ तू हो सनम
दो घड़ी अपनी निगाहों का सहारा दे दे

सामने आ के ज़रा पर्दा उठा दे रुख़ से
इक यही मेरा इलाज-ए-ग़म-ए-तन्हाई है
तेरी फ़ुरक़त ने परेशान किया है मुझको
अब मिल जा के मेरी जान भी बन आई है
दिल को भूली हुई यादों का सहारा दे दे
मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा दे दे...
मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की कसम 

Wednesday, December 8, 2010

केसरिया बालम आवो नीं पधारो म्हारै देस/मेहदी हसन की आवाज में

सौजन्य अशोक पांडे जी जिन्होंने इस गीत को फेसबुक पर शेयर किया था..


Saturday, November 27, 2010

दिल चाहता है - कभी न बीते चमकीले दिन

अपने किसी खास दोस्त को याद करें और फिर ये गाना सुने..यकीन जानिये बहुत अच्छा लगेगा. बीते दिनों को याद कर के..दोस्ती पे बहुत ही खूबसूरत सा गाना एक बेहद खूबसूरत फिल्म दिल चाहता है से. 
गीतकार हैं जावेद अख्तर और संगीत दिया है -शंकर एहसान लॉय ने. 


ये गाना मैंने अभी यूट्यूब पे अपलोड किया.(फिल्म के आखिर में इसी गाने का एक और छोटा सा वर्सन है, उसे भी जोड़ा गया है इस गाने में)





दिल चाहता है दिल चाहता है
कभी ना बीतें चमकीले दिन
दिल चाहता है हम ना रहें कभी यारों के बिन
दिन दिन भर हों प्यारी बातें
झूमें शामें गायें रातें
मस्ती में रहे डूबा डूबा हमेशा समाँ
हम को राहों में यूँ ही मिलती रहें खुशियाँ
दिल चाहता है कभी ना बीतें चमकीले दिन
दिल चाहता है हम ना रहें कभी यारों के बिन

जगमगाते हैं झिलमिलाते हैं अपने रास्ते
ये खुशी रहे रोशनी रहे अपने वास्ते


जहाँ रुकें हम जहाँ भी जाएं
जो हम चाहें वो हम पाएं
मस्ती में रहे डूबा ...

कैसा अजब ये सफ़र है सोचो तो हर इक ही बेखबर है
उस को जाना किधर है जो वक़्त आए जाने क्या दिखाए

दिल चाहता है दिल चाहता है
दिन दिन भर हों ...

ओ ओ दिल चाहता है दिल चाहता है

दिल चाहता है कभी ना बीतें चमकीले दिन
दिल चाहता है हम ना रहें कभी यारों के बिन
दिन दिन भर हों प्यारी बातें
झूमें शामें गायें रातें
मस्ती में रहे डूबा डूबा हमेशा समाँ
हमको राहों में यूँ ही मिलती रहें खुशियां
दिल चाहता है कभी ना बीतें चमकीले दिन
दिल चाहता है ओ हम ना रहें कभी यारों के बिन

जगमगाते हैं झिलमिलाते हैं अपने रास्ते
ये खुशी रहे रोशनी रहे अपने वास्ते
रंग बिरंगे मौसम आएँ नए नए वो सपने लाएँ
महकी रहें ख्वाबों की हसीं वादियाँ
खिलते रहें यूँ ही प्यार के ये गुलसिताँ
दिल चाहता है कभी ना बीतें चमकीले दिन

फिर से मिलें जो हम दीवाने तो ये समझें ये जानें
हम भी रहें यार हमारे जहाँ
आए नहीं कभी हम में कोई दूरियाँ
दिल चाहता है कभी ना बीतें ..